हिन्दू धर्म में आंगन या द्वार पर रंगोली बनाना बेहद शुभ माना जाता है और इसे घर की सुख-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है। दीपावली के मौके पर इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। यही कारण है कि दीपावली पर घरों में द्वार पर रंगोली सजाई जाती है। लेकिन इसका का महत्व सिर्फ साज-सज्जा के स्तर पर ही नहीं वरन इसका धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व भी निम्नांकित है-
1-हम इसे बनाते समय बेहद सकारात्मक महसूस करते हैं जो तनाव को छू मंतर कर देती है।
2- रंगोली बनाते समय हमारी अंगुली और अंगूठा मिलकर ज्ञानमुद्रा बनाते हैं, जो हमारे मस्तिष्क को ऊर्जावान और सक्रिय बनाने के साथ-साथ बौद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।
3 -एक्यूप्रेश के लिहाज से भी यह मुद्रा हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद प्रभावी है। यह हमें हाई ब्लडप्रेशर से बचाती है और मानसिक व आत्मिक तौर पर शांति प्रदान करती है।
4-विभिन्न रंगों और फूलों से बनाई गई रंगोली हमारे घर और आसपास के वातावरण में सकारात्मक उर्जा का संचार करती है, जिससे मन प्रसन्न और वातावरण बेहद सकारात्मक होता है। इसका असर हमारे सेहत पर भी पड़ता है।
5-दीपावली के रंगोली में मां लक्ष्मी के पैर बनाने की प्रथा आजकल बहुत प्रचलन में है इसके पीछे लोगों का विश्वास यह है कि मां लक्ष्मी के पैर बनाने से लक्ष्मी हमारे हमारे घर पधारती हैं।