हम जीवन में अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचना तो चाहते हैं, किंतु वहां तक पहुंचने में हमारे मार्ग में जो बाधाएं आती हैं वो हमारे हौसले को तोड़ देती हैं। तो मित्रों !हमें हमारे हौसले को टूटने नहीं देना है क्योंकि उन बाधाओं के पार ही हमारी मंजिल है मेरी आज की कविता जीवन एक संघर्ष कुछ ऐसे ही हाव-भाव से भरी हुई है।
जीवन एक संघर्ष
जीवन एक सुखद स्वपन नहीं,
यह तो मैदान संघर्ष का है।
सरलता से सपने ना पूर्ण हुए,
मार्ग इसका दुख दर्द का है।
गतिशील यदि तो जीवन है,
स्थिर तो इंतकाल होता।
जीवन में उद्भव करने को,
नित्य कर्म हमारा ढाल होता।
अपरिमेय शक्ति एक तुझमें है,
पहचान उसे और कर प्रयोग।
यदि सद्प्रयोग कर पाए तो,
जीवन सुख- खुशियों का है योग।
तुम मिथ्या पर ना रीझ कभी,
यह जीवन में छण भंगुर है
निर्झर सा जीवन में बन जा,
यह मेघ रूप नवांकुर है।
यह वर्षगांठ तेरा शुभ हो ,
शुभ सातो दिन और प्रहर सभी।
बाधाओं से ना घबराना,
पूर्ण करना है उद्देश्य सभी।
साधना शाही, वाराणसी
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