प्यारा बेटा

बेटा जैसा ना कोई प्यारा ,
यह है मांँ का राजदुलारा।
यह ही मांँ की जान है,
यह ही मांँ की पहचान है।

राजा बेटा बड़ा ही प्यारा,
यह है मांँ की आंँखों का तारा।
इससे मांँ की दुनिया रोशन,
इस बिन घर लगता अंँधियारा।

तू ही मांँ की दुनिया लाल,
तुझ बिन उसका जी बेहाल।
तेरी एक मुस्कान पर बेटा,
उसकी बगिया है खुशहाल।

मन जब है बेचैन हो जाता,
तेरा चेहरा आंँखों में आता।
अश्कों का सैलाब आ जाता,
तुझ खा़तिर मन है बड़ा घबराता।

तू काज सदा ऐसा करना,
जिस पर बेटा मैं नाज़ करूँ।
दृष्टांत तू अच्छों में बनना,
हर दुख का त्याग मैं आज करूँ।

तू ही सपना राजा बेटा,
तू ही है आंँखों की ज्योति।
तू ही सोना चांँदी मेरा,
तू ही मेरा पारस मोती।

जल्दी वह शुभ दिन आएगा,
जब बेटा राजा बन जाएगा।
सारे सपने पूरे होंगे,
सब अपना फ़र्ज़ निभाएगा।

नफ़रत का खंजर ना रखना ,
सदा प्यार का दरिया बहाना तुम।
मेरे दिल के दरवाजे पर,
खुशियों के पुष्प खिलाना तुम।

हर तकलीफ से ताकत तुम लेना,
कभी टूट के ना तुम बिखर जाना।
तकलीफें हार की लौटेंगी ,
फिर तुम खुशियों से इतराना।

साधना शाही,वाराणसी

By Sadhana Shahi

A teacher by profession and a hindi poet by heart! Passionate about teaching and expressing through pen and words.

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