पटना :- विगत दिनों में राजद में भाईयों के बीच में खटास हो गई थी, वजह था जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) का एक निर्णय जो तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) को रास नही आया था, और बड़ा हंगामा खड़ा हो गया, जो दिल्ली जाकर अब शांत होता नजर आ रहा है ।
जगदानंद सिंह और तेजप्रताप यादव
दरअसल कुछ दिन पुर्व राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) ने प्रदेश कमेटी बड़ा बदलाव करते हुए, लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के बेहद करीबी आकाश यादव (Akash yadav) को छात्र राजद के अध्यक्ष पद से हटा दिया था, जिसके बाद गगन यादव को नये अध्यक्ष नियुक्त कर श्री सिंह ने बयान दिया की उन्होंने छात्र राजद का गठन नहीं ही किया था, अब इस प्रक्रिया को पुर्ण किया गया है ।
तेजस्वी यादव, जगदानंद सिंह और तेजप्रताप
उसके बाद नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव (Tejaswi yadav) तक ये मामला चला गया, और तेज प्रताप यादव (TejPratap Yadav) ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर जगदानंद (Jagdanand Singh) पर राजद के संविधान के विरुद्ध कार्रवाई करने का आरोप लगाया, इस मामले को लेकर जब तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) तेजस्वी (Tejaswi yadav) के पास गए, लेकिन किन्हीं कारणों से मुलाकात नहीं हुई, जिसके बाद तेजस्वी (Tejaswi yadav) ने भी सफाई दी और जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के निर्णय को सही बताया ।
आकाश यादव गए लोजपा में
वहीं अब जिस आकाश यादव (Akash yadav) के लिए तेजप्रताप (TejPratap Yadav) ने भाई तेजस्वी (Tejaswi yadav) और जगदानंद (Jagdanand Singh) से लड़ाई ठान ली थी, वो अब पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) गुट के लोजपा में चला गया, जिसके बाद अब राजद में तेजस्वी (Tejaswi yadav) और जगदानंद (Jagdanand Singh) के फैसले को सही सही क़रार दे रहे हैं, अब देखना ये होगा जिस करीबी के लिए लालू के बड़े लाल ने अपनों से बेर लिया है, वो क्या करते हैं ।
- आकाश यादव (Akash yadav) गए लोजपा में
- तेजस्वी का निर्णय सही या ग़लत
- तेजप्रताप (Tej Pratap Yadav) का अगला कदम
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