आपको बता दें मोदी केबीनेट के विस्तार से पुर्व कई मंत्रीयो ने अपना-अपना इस्तीफा कर दिया. यूं कहिए की फेर-बदल कर दिया गया,
हटाए गए मंत्रियों में सबसे पहले रविशंकर प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, सदानंद गौड़ा , रमेश पोखरियाल, रतन लाल काटारिया , बाबुल सुप्रियो, प्रताप सारंगी , अश्वनी चौबे ,थावर चंद गहलोत आदि,
नये मंत्री मंडल में कुल 36 चेहरों को मौका दिया गया है जिसमें बिहार से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और चिराग के बागी चाचा पशुपति कुमार पारस को भी बनाया गया है इसके अलावा अनुप्रिया पटेल , सत्य पाल सिंह बघेल, राजीव चंद्रशेखर, शोभा करणडालजे, भानू प्रताप सिंह वर्मा, दर्शन विक्रम, मीनाक्षी लेखी, अनुपपूर्णा देवी, ए नारायणसामी, कौशल किशोर, अजय भट्ट, बीएल वर्मा, अजय कुमार, देवसिंह चौहान, भगवंथ खूबा, कपिल पाटिल, प्रतिमा भौमिक, सुभाष सरकार, भागवत कराद, राज कुमार रंजन सिंह, भारती प्रवीण पवार, विशेश्वर टूडू, शांतुन ठाकुर, मुंजापारा महेंद्र भाई, जॉन बराला, एल मुर्गुन , निशित मंत्री पद की शपथ लेंगे,
कुछ पुराने चेहरों को प्रमोशन मिला गया है 7 मंत्रियों को मोदी केबिनेट में प्रमोट किया गया है जिसमें किरण रिजूजी, आरके सिंह, अनुराग ठाकुर, किशन रेड्डी ,हरदीप सिंह पुरी का नाम शामिल हैं,
मोदी केबीनेट में सुशील मोदी पर ग्रहण
बिहार में लंबे अर्से तक उपमुख्यमंत्री रहने के बाद राज्यसभा भेजे गए सुशील कुमार मोदी के मंत्री मंडल में शामिल ना होने पर बिहार विपक्ष चुटकी ले रहा है राजद ने यहां तक कह दिया की अगर सुशील मोदी इसपर भी लालू को जिम्मेदार ठहरा दे तो आश्चर्य होने की बात नहीं है,
• बिहार से इस्तीफा भी शपथ भी
• मोदी केबिनेट का विस्तार
• विपक्ष का चुटकी
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