ये लाइने श्री तारकिशोर प्रसाद के शख्शियत पर बिल्कुल फिट बैठती है, बिना वजह शोर-शराबे ना करना, और अपने कार्यों से ज़माने में शोर मचा देना, इसी को काबिलियत कहते । और देखिए अपने मेहनत के बदौलत बिहार के सबसे बड़े दल से बड़े ओहदे पर है ।
परिंदों को मंजिल मिलेगी यकीनन
ये फैलें हुए उनके पर बोलते हैं,
अक्सर वें लोग ख़ामोश रहते हैं
ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं ।।
एक आम व्यक्ति भी अगर मेहनत, बेहतरीन कार्यों और जन से जुड़ाव रखें तो लोकप्रिय बनते ही है, इसके साथ ही देश-प्रदेश में भी व्यखाति प्राप्त करते हैं, इसी परिभाषा को साबित कर दिखाया है बिहार के उप-मुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ।
तारकिशोर का जन्म बिहार में एक सामान्य परिवार में हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा तो सरकारी स्कूल से ली, इसके बाद कटिहार के दर्शन साह कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। शुरू से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे। फिर एबीवीपी के जरिए छात्र राजनीति में कदम रखा। इसके बाद बहुत ही कम उम्र में उनका जुड़ाव भारतीय जनता पार्टी से हो गया। रौचक बात ये है की श्री प्रसाद अपने पुरे चुनावी राजनीति में कभी हारे नहीं बल्कि राजनीतिक सीढ़ी सफलतापूर्वक चढ़ते गये ।

तारकिशोर प्रसाद प्रथम बार 2005 में भाजपा के टिकट पर कटिहार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ें, मुक़ाबले कड़े थे, लेकिन मेहनत के शोर ने जीत का ताज श्री प्रसाद के सिर पर सजा दिया, उसके बाद वें कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखें एवं चुनाव दर चुनाव जीत का आंकड़ा भी बढ़ता चला गया, मजबूत राजद-जदयू का गठबंधन के बावजूद 2015 के बिहार विधानसभा में कटिहार से श्री प्रसाद ने जीत हासिल कर ली ।
ये सिलसिला 2020 के चुनाव में दोहराया गया, लेकिन ये वर्ष कटिहार और सिमांचल वासियों के लिए गोरव का वर्ष रहा, नयी सरकार का गठन होने का कवायद तेज हो गया, अचानक ये चर्चा शुरू हो गई, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में उप-मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद श्री तारकिशोर प्रसाद होंगे, शाम होते ये खबर हक़ीक़त में बदल गया, भाजपा विधानमंडल दल के नेता के तौर श्री प्रसाद को चुन लिया गया । इसके साथ ही कटिहार और सिमांचल के लिए विकास और उन्नति के रास्ते और भी आसान हो गई ।
उपमुख्यमंत्री के साथ अहम मंत्रालय
बिहार के 5वें उपमुख्यमंत्री के लिए चुने जाने के बाद तारकिशोर प्रसाद को अहम मंत्रालयों का भी जिम्मा मिला वित्त, टेक्स, पर्यावरण, वन और इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का ज़िम्मा मिला है।
क्षेत्र के लोग के साथ-साथ अब तो बिहार में ये चर्चा का विषय है, नये उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद
जनता से सीधा संवाद क़ायम करते हैं, सुनने के साथ उसपर अविलंब कारवाई भी करते हैं, पटना स्थित सरकारी आवास में लगभग हर रोज बिहार के विभिन्न हिस्सों से लोग अपने परेशानियों को लेकर इनके पास पहुंचते हैं।

मैंने खुद इस बात को महसूस किया, इनके आवास में बैठें जब फरयादियों से बातचीत हुई, तो सबों ने अपने-अपने विचारों के माध्यम से तारकिशोर प्रसाद के बारे उल्लेख करते हैं, हालांकि इनमें रौचक बात ये भी है की सभी की बातों को मिला दिया जाए तो शायद ही पुरे बिहार में श्री प्रसाद के बाद अन्य जनप्रतिनिधि होंगे जो लोगों के परेशानियों और शिकायतों को सुनने और हल करने में वक्त देते हैं ।