1-
खरना गीत

खरना क बेला बा आईल हो,
भूखल बा हमरी मैया -२।
भूखल बा हमरी मैया-२
मैया के पहिले खिआइब हो।
भूखल बा हमरी मैया।

खरना क बेला बा आईल हो,
भूखल बा हमरी मैया -२।

खीर रोटी खाके मईया सबका के दीही,
सबका के दीही मैया सबका के दीही।
जियरा त जाई जुड़ाई हो,
भूखल बा हमरी मैया।

खरना क बेला बा आईल हो,
भूखल बा हमरी मैया -२।

सबका के देके मईया करिहे आराम हो,
करिहे आराम मईया करिहे आराम हो।
भिनूसहरे में छठ गीत गाई हो,
भूखल बा हमरी मैया।

खरना क बेला बा आईल हो,
भूखल बा हमरी मैया -२।

काम सब करी मईया दऊरा सजईंहें,
दऊरा सजईंहे मैया दऊरा सजईंहें।
छठी मैया के धाम सजी जाई हो,
भूखल बा हमरी मैया।

खरना क बेला बा आईल हो,
भूखल बा हमरी मैया -२।

गीत गाई- गाई मईया ठेकुआ बनईह,
ठेकुआ बनईह मईया ठेकुआ बनईह।
गम- गम गमक गमकाई हो,
भूखल बा हमरी मैया।

खरना क बेला बा आईल हो,
भूखल बा हमरी मैया -२।

2-


छठ भजन

मईया खोल ना हो केवड़िया,
दुअरा भक्त पुकारे ना-2।
भईल बा अरघ क अब
बेरिया,
मनवा बा हुलसाइल ना।
मईया खोल ना हो केवड़िया,
दुअरा भक्त पुकारे ना।

तीन दिन क भूखल बा अम्मा,
मनवा तबो उजास बा-2।
मईया क इ किरपा हउवे,
नाहीं तनको उदास बा।
हुलस- हुलस गावे ले गीतिया,
ना घबराए ना।

मईया खोल ना हो केवड़िया,
दुअरा भक्त पुकारे ना-2।

तीन दिन का भूखल बा तिरिया,
मनवा तबो उजास बा-2।
मईया क इ किरपा हउवे,
नाहीं तनको उदास बा।
हुलस- हुलस गावे ले गीतिया,
ना घबराए ना।

मईया खोल ना हो केवड़िया,
दुअरा भक्त पुकारे ना-2।

तीन दिन क भूखल बा दीदीआ,
मनवा तबो उजास बा।
मईया क इ किरपा हउवे,
नाहीं तनको उदास बा।
हुलस- हुलस गावे ले गीतिया,
ना घबराए ना।

मईया खोल ना हो केवड़िया,
दुअरा भक्त पुकारे ना-2।

तीन दिन क भूखल बा भाभी,
मनवा तबो उजास बा-2।
मईया क इ किरपा हउवे,
नाहीं तनको उदास बा।
हुलस- हुलस गावे ले गीतिया,
ना घबराए ना।

मईया खोल ना हो केवड़िया,
दुअरा भक्त पुकारे ना-2।

साधना शाही, वाराणसी

By Sadhana Shahi

A teacher by profession and a hindi poet by heart! Passionate about teaching and expressing through pen and words.

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