तुझसे ही घर में रौनक है आती,
हर उत्सव में ये रंग हैं जमातीं।

मां की ये हैं बड़ी सहभागी
पापा ,भैया की नींद तू जागी।

बेटी जिसे मिले वो हैं सौभाग्यशाली,
लक्ष्मी रूप तू लेके आली।

सबकी लाडली सबकी दुलारी,
दादी व बाबा की है फुलवारी।

फूलों सा महके जीवन तेरा,
कामयाबी तेरे दर डाले डेरा।

मिले तुझे दुआ व आशीष हमारा,
खुशी से भर जाए दामन तुम्हारा।

अपनी मंजिल को मेहनत से पाए,
विजय पताका गगन लहराए।

मुस्कुराहट का तेरे न हो ओर- छोर,
सतरंगी आभा बिखरे चारो ओर।

क्षण, दिन, साल जस-जस गुज़रे,
खुशियां तेरे जीवन में बिखरे।

आज का दिन तेरे लिए हो खास,
लेकर आए एक नया आत्मविश्वास।

जीवन की तेरे हर राह आसान हो,
छूए ऊंचाई तनिक ना गुमान हो।

जीवन का हर पल हो होली की भांति,
रात दीवाली सा जीवन सजाती।

साधना शाही, वाराणसी
🙌🙌

By Sadhana Shahi

A teacher by profession and a hindi poet by heart! Passionate about teaching and expressing through pen and words.

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