
सखी सावन महीना बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सावन सोमवार हम शिव के भजबो,
शिव के भजके बिपत सब टरबों,
विपत के टार के सुखद होई जईबों।
सुखी जीवन क प्रभु आगे भीख लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सखी सावन महीना बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सावन मंगल हनुमान भजन गईबों,
हनुमत के हम त लड्डू चढ़ईबों,
लड्डू चढ़ा के मगन करि लईबों।
हनुमत भक्ति बड़ा ही हमें नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सखी सावन महीना बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सावन बुद्ध गणेश भजन गईबों,
जय गणेश गाके उनके रिझईबों,
उनके रिझा के मंगल करि जईबों।
मंगल गीतिया बड़ा ही हमें ठीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सखी सावन महीना बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सावन बृहस्पति श्री हरि भजन गईबों,
प्रभु के हम चना दाल- गुड़ चढ़ईबों,
दाल- गुड़ में ही मगन करी लईबों।
प्रभु भक्ति पर सदा ही हमार डीठ लागे
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सखी सावन सोमवार बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सावन के शुक्र हम लक्ष्मी भजन गईबो,
लक्ष्मी के हम पायस चढ़ईबो,
मंगल गीत जयकारा लगईबो,
मांँ क ममतामय रूप बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सखी सावन महीना बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सावन शनि हम शनिदेव के भजबों,
करिया तिल क बाती जलईबों,
करिया छाता, वस्त्र चढ़इबों
शनि डीठिया से मनवा में भीति लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सखी सावन सोमवार बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सावन रवि आदित्यमल के भजबों,
लाल अक्षत, पुष्प साथे अर्घ चढ़ईबों,
उनका किरपा से जीवन सफल करि जईबों,
उनका महिमा क गीत बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सखी सावन महीना बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सावन महिनवा भक्ति हम करबों,
भक्ति क सागर में डुबकी लगईबों,
जीवन के अपना सफ़ल करि जईबों,
सावन महिनवा में भक्ति में चित्त लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
सखी सावन महीना बड़ा नीक लागे,
नाहीं कबो दीक लागे ना।
साधना शाही, वाराणसी