Month: April 2024

काजल पर मनमोहन कविता 1- काजल (कविता) आंँखों में जब लगा लो काजल सुंदरता चौगुनी होती। गालों पर यदि लग जाए तो काजल ही कालिख कहलाती।। बच्चों को यदि लगा…

जैसा संग वैसा रंग (कहानी)

अपने बालपन में रमेश बड़ा ही चंचल, व्यवहार कुशल, मेधावी और आकर्षक व्यक्तित्व वाला बालक था किंतु जैसे-जैसे वह किशोरावस्था की तरफ़ बढ़ता गया वैसे-वैसे उसकी संगति बिगड़ती गई परिणामत:…